tag:blogger.com,1999:blog-5418803248041323655.post5501326877702445574..comments2023-06-20T02:05:55.090-07:00Comments on हिमाल : अपना-पहाड़: गढ़केसरी अनुसूया प्रसाद बहुगुणाApna-paharhttp://www.blogger.com/profile/07414805074230571725noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5418803248041323655.post-63646476272980072782020-06-05T05:42:04.040-07:002020-06-05T05:42:04.040-07:00 महोदय आपके द्वारा बहुत सुंदर जानकारी दी गई है महो... महोदय आपके द्वारा बहुत सुंदर जानकारी दी गई है महोदय इसमें माननीय श्री बहुगुणा जी के द्वारा ककोड़ा खाल नामक ऐतिहासिक स्थान पर आकर के एवं इस क्षेत्र की संपूर्ण जनता के द्वारा जिसमें हमारे सारे गांव के लोग इकट्ठा होकर अंग्रेजो के खिलाफ उनकी संपूर्ण सामान को वहीं पर छोड़ कर के एवं अंग्रेजों को भगाया था जिसके फलस्वरूप उन्हें बाद में काफी यातनाएं भी दी गई कई लोगों को जेल में भी डाल दिया गया था इस प्रकार से यह ककोड़ा खाल ऐतिहासिक स्थान बन गया था और यहीं पर से माननीय श्री अनुसूया प्रसाद बहुगुणा जी को गढ़ केसरी की उपाधि मिल गई थी क्योंकि उन्होंने पूरी गढ़वाल मंडल से कुली बेगार प्रथा को समाप्त करने के लिए ऐतिहासिक लड़ाई लड़ी थी ।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02568601891234905438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5418803248041323655.post-2665794584765131072020-06-05T05:32:15.182-07:002020-06-05T05:32:15.182-07:00महोदय आपके द्वारामहोदय आपके द्वाराAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/02568601891234905438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5418803248041323655.post-76780070544619027092009-02-23T23:48:00.000-08:002009-02-23T23:48:00.000-08:00एक चीज खली आपने अनुसूया प्रसाद बहुगुणा के गांव ‘नन...एक चीज खली आपने अनुसूया प्रसाद बहुगुणा के गांव ‘नन्दप्रयाग’ का नाम छोड़ दिया।अक्षत विचारhttps://www.blogger.com/profile/16381420919782121467noreply@blogger.com