बस एक कामना, हिम जैसा हो जाए मन
Labels: मेरी रचना
posted by Apna-pahar @ 5:19 AM
ati sundar prakriti ko sparsh karti hui rachana .badhai .
waah bahut sundar likha hai. badhayi
वहां.... दूर.... पहाड़ की एक ढालान परजहां है मेरा घर ।।Sundar, Meraa ghar bhee wahee tha !
बहुत ही अच्छी जगह पर घर है आपका। एक रेखाचित्र खींच दिया आपने मस्तिष्क पटल पर।
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4 Comments:
ati sundar prakriti ko sparsh karti hui rachana .badhai .
waah bahut sundar likha hai. badhayi
वहां.... दूर.... पहाड़ की एक ढालान पर
जहां है मेरा घर ।।
Sundar,
Meraa ghar bhee wahee tha !
बहुत ही अच्छी जगह पर घर है आपका। एक रेखाचित्र खींच दिया आपने मस्तिष्क पटल पर।
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