हिमाल : अपना-पहाड़

बस एक कामना, हिम जैसा हो जाए मन

Thursday, July 9, 2009

व्यवस्था के नाम पर

अगर, मैं लीक पर चलूं
तो वो खुश होंगे
मेरी पीठ थप थपाएंगे
क्योंकि ?
ये उनकी व्यवस्था है
सड़ी गली ही सही ।।

अगर, मैं लीक से
उठा लूं कदम
तो वो भला बुरा कहेंगे
धक्का देकर गिरा देंगे
क्योंकि ?
वो हमेशा
ऐसा ही करते रहे हैं ।।

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