बस एक कामना, हिम जैसा हो जाए मन
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posted by Apna-pahar @ 8:40 PM
अच्छी कविता है .. बधाई।
दिल को छू गयी आपकी ये अभिव्यक्ति लाजवाब शुभकामनायें
बिल्कुल रुहानी प्यार की राह के गीत लगती है ........वरना आज किसको किसकी इंतजार पडी है ......आत्मा तृप्त हो गयी......ऐसी ही रचनाये लिखे
बढ़िया है..
बस एक बार कह दोआओगी तुम... एक दिन सौ साल बाद मेरे लिए ।।वाह जीतेंद्र जी, फोटो के साथ बहुत खूब बन पड़ा है।
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5 Comments:
अच्छी कविता है .. बधाई।
दिल को छू गयी आपकी ये अभिव्यक्ति लाजवाब शुभकामनायें
बिल्कुल रुहानी प्यार की राह के गीत लगती है ........वरना आज किसको किसकी इंतजार पडी है ......आत्मा तृप्त हो गयी......ऐसी ही रचनाये लिखे
बढ़िया है..
बस एक बार कह दो
आओगी तुम... एक दिन
सौ साल बाद
मेरे लिए ।।
वाह जीतेंद्र जी, फोटो के साथ बहुत खूब बन पड़ा है।
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