तुम पास ही हो...
तुम्हारा नहीं होना भी
जैसे तुम कहीं हो पास ही
जैसे खून दौड़ रहा है... नसों में
हड्डियां थामे हैं... मेरा मांस
सांस चल रही है... लगातार
आंखों पर पलकें झपक रही हैं
और तुम मेरे मन में
आती-जाती रहती हो ।।
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बस एक कामना, हिम जैसा हो जाए मन
तुम्हारा नहीं होना भी
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1 Comments:
बहुत बढिया है ...
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